स्ट्रैंगल स्ट्रेटेजी
स्ट्रैंगल स्ट्रेटेजी भी एक न्यूट्रल स्ट्रेटेजी है, लेकिन यह स्ट्रैडल से ज्यादा लचीली होती है क्योंकि इसमें अलग-अलग स्ट्राइक प्राइस का उपयोग होता है।
लॉन्ग स्ट्रैंगल
उद्देश्य: किसी भी दिशा में महत्वपूर्ण मूल्य आंदोलन की उम्मीद।
विवरण: एक आउट-ऑफ-द-मनी (OTM) कॉल ऑप्शन और एक OTM पुट ऑप्शन खरीदना, दोनों समान एक्सपायरी डेट के साथ।
लाभ: ऊपर की दिशा में असीमित, नीचे की दिशा में भी पर्याप्त।
नुकसान: दोनों ऑप्शन्स के लिए दिए गए कुल प्रीमियम तक सीमित।
उदाहरण: मान लीजिए आप ₹55 स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन ₹3 पर और ₹45 स्ट्राइक प्राइस का पुट ऑप्शन ₹2 पर खरीदते हैं। शुद्ध प्रीमियम ₹5 है। अगर स्टॉक का मूल्य ₹60 (ऊपर की ओर) या ₹40 (नीचे की ओर) से अधिक बढ़ता है, तो आप लाभ में होते हैं।
शॉर्ट स्ट्रैंगल
उद्देश्य: कम या नगण्य मूल्य आंदोलन की उम्मीद।
विवरण: एक OTM कॉल ऑप्शन और एक OTM पुट ऑप्शन बेचना, दोनों समान एक्सपायरी डेट के साथ।
लाभ: प्राप्त कुल प्रीमियम तक सीमित।
नुकसान: ऊपर की दिशा में असीमित, नीचे की दिशा में भी पर्याप्त।
उदाहरण: मान लीजिए आप ₹55 स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन ₹3 पर और ₹45 स्ट्राइक प्राइस का पुट ऑप्शन ₹2 पर बेचते हैं। शुद्ध प्रीमियम प्राप्त ₹5 है। अगर स्टॉक का मूल्य ₹45 से ₹55 के रेंज में रहता है, तो आप लाभ में होते हैं।