यूरोपीय ऑप्शन (CE/PE)
1. एक्सरसाइज का समय:
यूरोपीय ऑप्शन केवल एक्सपायरी डेट पर ही एक्सरसाइज किया जा सकता है। इसका मतलब है कि ऑप्शन होल्डर को अपने अधिकारों (खरीद या बेच) का उपयोग करने के लिए एक्सपायरी डेट तक इंतजार करना पड़ता है।
2. लचीलापन:
कम लचीलापन क्योंकि ऑप्शन होल्डर के पास सिर्फ एक ही दिन (एक्सपायरी डेट) होता है अपने अधिकारों को एक्सरसाइज करने के लिए।
3. मूल्य निर्धारण:
मूल्य निर्धारण में अपेक्षाकृत सरल क्योंकि सिर्फ एक ही दिन के लिए मूल्य की गणना करनी होती है, जो ऑप्शन मूल्य निर्धारण मॉडल्स (जैसे ब्लैक-शोल्स मॉडल) के लिए सरल बनाता है।
4. उपयोग:
यूरोपीय बाजारों में सामान्य और कमोडिटी बाजारों में अधिक उपयोग होता है।
अमेरिकी ऑप्शन (CA/PA)
1. एक्सरसाइज का समय:
अमेरिकी ऑप्शन को कभी भी एक्सरसाइज किया जा सकता है, एक्सपायरी डेट से पहले किसी भी दिन। ऑप्शन होल्डर को अपने अधिकारों का उपयोग कभी भी (एक्सपायरी डेट तक) करने की स्वतंत्रता होती है।
2. लचीलापन:
ज्यादा लचीलापन क्योंकि ऑप्शन होल्डर के पास पूरा समय होता है (खरीद से एक्सपायरी तक) अपने अधिकारों को एक्सरसाइज करने के लिए।
3. मूल्य निर्धारण:
मूल्य निर्धारण में अपेक्षाकृत जटिल क्योंकि कई संभावित एक्सरसाइज डेट्स को ध्यान में रखना होता है, जो मूल्य निर्धारण मॉडल्स को थोड़ा जटिल बना देता है।
4. उपयोग:
अमेरिकी बाजारों में सामान्य और स्टॉक ऑप्शन्स में अधिक उपयोग होता है।